रियो ओलंपिक में अनेक प्रयासों के बावज़ूद जब हमारी झोली खाली ही थी तब पी वी सिन्धु और साक्षी मलिक ने ... रियो ओलंपिक में अनेक प्रयासों के बावज़ूद जब हमारी झोली खाली ही थी तब पी वी सिन्ध...
लेकिन बस में बैठे हुए लोग तो पहले से ही उसे देख रहे थे और सोच रहे थे कि “ये लड़की इतनी बेचैन क्यूँ है... लेकिन बस में बैठे हुए लोग तो पहले से ही उसे देख रहे थे और सोच रहे थे कि “ये लड़की...
काव्या काव्या
" ओह नहीं।" आयशा का मुंह खुला का खुला ही रह गया था। " ओह नहीं।" आयशा का मुंह खुला का खुला ही रह गया था।
ध्रुव ने धारा के भूत-प्रेतों को भगा दिया था। ध्रुव ने धारा के भूत-प्रेतों को भगा दिया था।
तभी आवाज आती है पापा पापा उठ जाओ स्कूल का समय हो रहा है। हां यह सब एक सपना था। तभी आवाज आती है पापा पापा उठ जाओ स्कूल का समय हो रहा है। हां यह सब एक सपना था...